हिसार, 13 नवम्बर : छोरियां छोरों से कम नहीं होती, ये हरियाणवी डायलॉग तो आपने कई बार सुना होगा लेकिन इसे सच साबित कर दिखाया है खिलाड़ी मोहिनी धनखड़ ने। छोटी सी उम्र में बॉक्सिंग
की दुनिया में एक बार फिर मोहिनी ने अपनी हुनर का जादू बिखेरा है। मोहिनी ने कजाकिस्तान में आयोजित एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में सिल्वर मैडल जीता है। इस प्रतियोगिता का आयोजन हाल
में एसबीसी द्वारा कजाकिस्तान के अस्थाना शहर में किया गया। मोहिनी ने 52 किलो भार वर्ग में शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए क्वार्टर फाइनल में कजाकिस्तान और सेमीफाइनल में थाईलैंड के
बॉक्सर को हराकर फाइनल में एंट्री की। फाइनल में मोहिनी और उज्बेकिस्तान के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। दोनों मुक्केबाजों ने एक दूसरे को कांटे की टक्कर दी। हालांकि, अंत में मोहिनी को
हार मिली और उन्हें सिल्वर मैडल से संतोष करना पड़ा, मगर, उनके दमदार प्रदर्शन ने सबका दिल जीत लिया।
झज्जर से ताल्लुक रखने वाली मोहिनी हिसार में हरियाणाकृषि विश्वविद्यालय के गिरी सैंटर की छात्रा हैं। मोहिनी ने जीत का श्रेय अपने कोच महेंद्र सिंह ढाका को दिया। मोहिनी का गिरी सैंटर
पहुंचने पर साथी खिलाडिय़ों व कोच द्वारा फूल मालाओं के साथ स्वागत किया गया और उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी गई।
एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में मोहिनी धनखड़ ने जीता सिल्वर

Leave a Reply