डा. वैदिक के परम शिष्य चंडीगढ़ के 70 वर्षिय वरिष्ठ पत्रकार अरुण जोहर बिश्नोई ने डायलिसिस पर होने के बावजूद आयोजित किया डा. वैदिक की स्मृति मेँ चंडीगढ़ में वेबनार l. . चंडीगढ़, 2 जनवरी– हिमाचल प्रदेश के सेवानिवृत्त निदेशक सूचना व जनसंपर्क विभाग, श्री बी.डी. शर्मा ने वबनार को मुख्य वक्त के रूप मेँ संबोधीत किया l. . अरुण जोहर ने डा. वैदिक जी से जुड़े कई संस्मरण सुनाते हुए बताया कि कैसे उन्होंने पाकिस्तान के खतरनाक आंतकवादी सरगना हामिद का सन 2014 में लाहोर मेँ इंटरव्यू किया था l जोहर ने बताया कि वैदिक जी ने जवाहर लाल नेहरु विश्वविधालय, नई दिल्ली से अपनी पी. एच डी. हिन्दी में की तो हंगामा हो गया और उन्हे यूनिवर्सिटी से अनुमति नहीं मिलने पर, तीन दिन तक संसद की कार्यवाही ठप करवा दी थी ? फिर जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के नियमो में संशोधन करके उनकी हिन्दी की पी. एच डी. को मान्यता दी गई l. गुरुग्राम से जनसता के पूर्व वरिष्ठ समवाददाता पवन कुमार बंसल ने बताया कि चुकि वह गुरुग्राम में वैदिक जी के नजदीक ही रहते थे, इसलिए उनसे अक्सर देश की राजनीति और पत्रकारिता के गिरते मूल्यों पर चर्चा होती रहती थी l बंसल ने वैदिक जी की तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई से निकटता का एक किस्सा सुनाया l बकौल वैदिक जी जब उन्होंने वाजपेई के घुटनों के ऑपरेशन के बाद, उनका हाल पूछने के लिए फोन किया तो वाजपेई जी ने कहा और तो ठीक है. लेकिन मुझे चलने के लिए छड़ी दे दी गई है l इस पर वैदिक जी ने कहा कि वाजपेई जी आपको तो खुश होना चाहिए, क्योंकि एक छडे को छड़ी मिल गई है और क्या चाहिए ? Bansal ने यह भी बताया ta.डी. शर्मा ने कहा कि वे 33 वर्ष पहले वैदिक जी से दिल्ली में मिले थे जब वे हिमाचल प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री शांता कुमार के प्रेस सचिव थे l वह प्रेम कुमार धूमल और वीरभद्र सिंह के भी प्रेस सचिव रहे l शर्मा जी ने बताया कि वे सभी मुख्य मंत्रीगन वैदिक जी से मार्गदर्शन लेते रहते थे l शर्मा जी ने बताया कि वैदिक जी कहते थे कि कलम ना रुकनी चाहिए, न झूकनि चाहिए – ना अटकनी चाहिए, ना भटकनि चाहिए l. . भिवानी से समाज-सेवी एवं वरिष्ठ पत्रकार अशोक बुवानिवाला ने कहा कि वैदिक जी देश की धरोहर थे l वे उच्च कोटि के विद्वान थे l मैंने डा. वैदिक जी के साथ कई बार विदेश गए l. . गवरनर्मेंट कॉलेज, चंडीगढ़ की प्रोफेसर मोनिका अग्रवाल ने भी वैदिक जी को एक सच्चा इन्सान औऱ महान पत्रकार बताया l गवर्नमैंट कालेज, बरवाला, जिला पंचकूला की सेवानिवृत्त प्रिन्सिपल, प्रो. इला जौहर ने बताया कि डा. वैदिक जी हमारे परिवार के संरक्षक और मुखिया थे l
गौरतलब है कि वैदिक जी 5 नवंबर. 2022 को पंचकूला मेँ हमारे सेक्टर 21 स्थित निवास प़र, मेरे किडनी से बिमार प़ती, अरुण जौहर की सेहत का पता लेने आए थे l याद रहे डा. वैदिक जी ने 90 देशों के प्रधानमत्रियों ओर राष्ट्रपतियों के साथ रात्रि-भोज पर उनके साथ अंतरराष्ट्रीय सामाजिक विसयो पर चर्चा की थी l
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